यूरोप में Parrot Fever का कहर, 5 की मौत
Parrot Fever से सावधान ! इन देशों में तेजी से संक्रमित हो रहे लोग, अब तक 5 मौत यूरोप में parrot fever से 5 लोगों की मौत, WHO बोला-4 देशों में 81 केस तोता बुखार (सिटाकोसिस): लक्षण, निदान और उपचार यूरोप में फैल रही पैरेट फीवर नाम की जानलेवा बीमारीः अब तक 5 लोगों की मौत, WHO बोला- 4 देशों में 81 मामले सामने आ चुके
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इस बीमारी को पैरेट फीवर नाम दिया है
WHO का कहना है कि ये बेहद खतरनाक है।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इस बीमारी को पैरेट फीवर नाम दिया है। WHO का कहना है कि ये बेहद खतरनाक है। इससे अब तक 5 लोगों की मौत हो चुकी है। US सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के मुताबिक पैरेट फीवर पक्षियों में पाए जाने वाले एक बैक्टीरिया की वजह से फैल रहा है।
सीएनसीएन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के हवाला से बताया कि पैरेट फीवर
को सिटाकोसिस के नाम से भी जाना जाता है। इसने यूरोपीय देशों में रहने वाले लोगों को बुरी तरह प्रभावित किया है। साल 2023 की शुरुआत में भी इस बीमारी ने कहर बरपाया था और अब साल 2024 की शुरुआत में पांच लोगों की जान ले ली है।
CNN के मुताबिक WHO ने कहा, 'ऑस्ट्रिया में 2023 में 14 मामलों की पुष्टि हुई थी,
लेकिन इस साल अब तक मार्च में ही 4 मामले सामने आ चुके हैं कुल मामले 18 हो गए CNN के मुताबिक WHO ने कहा, 'ऑस्ट्रिया में 2023 में 14 मामलों की पुष्टि हुई थी, लेकिन इस साल अब तक मार्च में ही 4 मामले सामने आ चुके हैं। कुल मामले 18 हो गए। वहीं, डेनमार्क में 27 फरवरी तक 23 मामलों की पुष्टि हुई थी।' जर्मनी में 2023 में 14 मामले सामने आए थे
जर्मनी में 2023 में 14 मामले सामने आए थे।
इस साल अब तक 5 मामले सामने आए हैं। कुल 19 मामले हो गए हैं। अब तक 3 देशों में कुल 60 लोग पैरेट फीवर से संक्रमित पाए गए हैं।
कई रिसर्च में सामने आया है कि जलवायु परिवर्तन से बीमारियां फैल रही हैं।
WHO ने कहा कि हाल ही मिले अधिकांश मामले पालतू या जंगली पक्षियों के संपर्क में आने से सामने आए हैं।' कई रिसर्च में सामने आया है कि जलवायु परिवर्तन से बीमारियां फैल रही हैं। निचली और गर्म जगहों पर रहने वाले जानवर बढ़ते तापमान को झेल नहीं पा रहे हैं इसलिए ऊंची और ठंडी जगहों की तरफ माइग्रेट हो रहे हैं।6 hours ago
बीमारियां बढ़ने की एक वजह क्लाइमेट चेंज
कई रिसर्च में सामने आया है कि जलवायु परिवर्तन से बीमारियां फैल रही हैं। निचली और गर्म जगहों पर रहने वाले जानवर बढ़ते तापमान को झेल नहीं पा रहे हैं इसलिए ऊंची और ठंडी जगहों की तरफ माइग्रेट हो रहे हैं। इनके साथ बीमारियां भी उन इलाकों तक पहुंच रही हैं, जहां पहले नहीं थीं।
उदाहरण :-
के जरिए इसे ऐसे समझें- साइंस न्यूज के मुताबिक पोसम्स, ऑस्ट्रेलिया में पाया जाने वाला नेवले की तरह दिखने वाला जानवर बुरुली अल्सर नाम की बीमारी फैला रहा है। ये ऑस्ट्रेलिया के तापमान में ही रह सकता है, लेकिन अगर वहां के तापमान में बदलाव होता है तो पोसम्स अपने जीवन के अनुकूल परिस्थिति ढूंढने के लिए किसी और देश जा सकता है।